कांग्रेस शहर अध्यक्ष को लेकर भी कांग्रेसियों की गुटबाजी आ चुकी है सामने
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा कांग्रेस में गुटबाजी का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां हर कांग्रेसी नेता एकजुट होने का राग अलाप रहा है तो वहीं पार्टी द्वारा की जाने वाली नियुक्तियों पर वह बवाल मचाते नजर आ रहे है। हाल ही में शहर अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर फर्जी लेटर बम के विस्फोट का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष को लेकर रीवा से लेकर भोपाल तक कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई गई जिसके चलते पार्टी को ही यू टर्न लेना पड़ा और नए नियुक्ति आदेश पर विराम लगाते हुये पुरानी नियुक्ति को ही यथावत करना पड़ा है।
दरअसल गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष ने एक पत्र जारी कर रीवा जिले में सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष सौरभ शुक्ला को हटाकर ओंकारेश्वर शुक्ला को नियुक्त कर दिया। विवाद बढ़ा तो कई नेताओं ने भोपाल तक आपत्ति दर्ज कराई। मामले में शाम को एक आदेश जारी किया गया। उसमें कहा गया कि सौरभ शुक्ला अपने पद पर बने रहेंगे और सोशल मीडिया विभाग के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी को अपने नेताओं की जिद के अंागे झुकने मजबूर होना पड़ रहा है। रीवा के कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी का ही नतीजा है कि पार्टी को अपना ही आदेश वापस लेना पड़ रहा है। बता दें कि कांग्रेस के शहर अध्यक्ष पद को लेकर भी कुछ दिन पहले विवाद हो चुका है। पहले एक पत्र जारी हुआ जिसमें शहर अध्यक्ष लखनलाल खंडेलवाल की नियुक्ति को होल्ड करने का उल्लेख था। जब नेताओं ने भोपाल तक संपर्क किया तो कुछ देर के बाद कहा गया कि यह पत्र फर्जी है। हालांकि पीसीसी की ओर से आधिकारिक रूप से अब तक खंडन जारी नहीं किया गया है।
फिलहाल रीवा कांग्रेस में विधानसभा चुनाव से पहले गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। खास बात तो यह हे कि कुछ नेताओं ने संगठन के जिला प्रभारी की भी शिकायत की है। बहरहाल कांग्रेस की यह गुटबाजी कितने गुल खिलाती है यह आने वाला समय ही बताएगा, फिलहाल गुटाबाजी का दौरान जारी है।