नौकरी के लिये भटकने के बाद पुस्तैनी खेती किसानी का आया ख्याल फिर शुरु कर दिया यह काम अब कर रहे लाखों की कमाई…
तेज खबर 24 रीवा।
कहते हैं काम कोई भी हो सिर्फ जरूरत है तो आपके मेहनत और लगन की, अगर आपकी मेहनत और लगन ने ईमानदारी दिखाई तो आपको आसमान की बुलंदियों पर जाने से कोई नहीं रोक सकता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है रीवा के एक नौजवान किसान ने जो पढ़ाई लिखाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में भटकता रहा और जब उसे नौकरी नहीं मिली तो उसने खेती और किसानी की ओर अपना रास्ता तय कर लिया और आखिरकार उसने खेती और किसानी में कुछ ऐसा कर दिखाया कि अब उसे नौकरी की जरूरत ही नहीं है। दरअसल इस युवा किसान ने एक ऐसी पद्धति से सब्जी की खेती की जिसकी बाजार में बिक्री करने के बाद अब वह सालाना 5 से 6 लाख की कमाई कर रहे है।
जानकारी के मुताबिक रीवा शहर से सटे ग्राम अटरिया में रहने वाले 37 वर्षीय ने नृपेन्द्र सिंह ने 1 एकड़ की जमीन पर मेढ़ पद्धति से बैगन की खेती की है। वैज्ञानिक पद्धति से बैगन की खेती ने किसान नृपेन्द्र की किस्मत को बदल दिया और वह इस बैगन की बाजार में बिक्री करने के बाद अब सालाना 5 से 6 लाख की कमाई कर रहे हैं। बता दें कि नृपेंद्र बैगन के साथ.साथ अन्य सब्जियों की भी खेती करते हैं जिसमें फूल व बंद गोभी, गाजर, मूली सहित अन्य सब्जियां शामिल है।
रीवा के युवा किसान नृपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने ग्रेजुएशन करने के बाद आईटीआई की थी और शुरुआती दौर में वह नौकरी की तलाश में इधर.उधर भटकते रहे लेकिन जब नौकरी नहीं मिली तो अपनी ही पुश्तैनी खेती व किसानी करने का मन बनाया और यहीं से उन्होंने परंपरागत खेती की शुरुआत की। सबसे पहले नृपेन्द्र नें परंपरागत खेती गेहूं और धान की फसल लगाई और अच्छी उपज भी मिली लेकिन इस खेती से नृपेन्द्र की उम्मीद के मुताबिक कमाई नहीं हुई जिसके बाद नृपेन्द्र ने कुछ अलग करने की ठानी और उसने कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क साधा।
कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के मुताबिक नृपेन्द्र ने ट्रेडिशनल खेती की बजाय खुद को सब्जियों की खेती की ओर मोड़ दिया और उसने सबसे सरल और सामान्य तरीके से बैगन की खेती की। जब बैगन की खेती की अच्छी पैदावार होने लगी तो उसने इसे बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों की सलाह पर मेढ़ पद्धति को अपनाया और इस पद्धति से बैगन की खेती करते हुए नृपेंद्र को 2 साल बीत चुके हैं और इस खेती की मदद से वह सालाना 5 से 6 लाख की कमाई भी कर रहे हैं। नृपेन्द्र के मुताबिक बैगन की खेती करीब 1 एकड़ की जमीन में करते हैं जिससे उन्हें सालाना पांच से छह लाख की आमदनी होती है। इसके अलावा वह फूलगोभी से हर साल 50 हजार, बंद गोभी से 80 हजार सहित प्याज, मूली व अन्य प्रकार की सब्जियों की खेती कर हर साल लाखों की कमाई कर रहे हैं।