पत्नी के जुर्म को छिपाने और सबूतों को मिटाने में पत्नी बनी भागीदार, पति पत्नी दोनों गिरफ्तार
तेज खबर 24 सतना।
6 सालों से धधक रही दुश्मनी की आग में अफेयर नाम की बला ने आग में घी डालने का काम किया और आग को इस कदर भड़का दिया कि दो परिवार तबाहों बर्बाद हो गए। एक परिवार ने जहां पिता पुत्र दोनों को जीवनभर के लिये खो दिया तो वहीं दूसरे परिवार से पति पत्नी सलाखों के पीछे पहुंच गए।
यह एक कहानी नहीं बल्कि सच्ची घटना की हकीकत है। वाक्या है सतना जिले का जहां दो दिन पूर्व पिता और पुत्र की कुल्हाड़ी से काटकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने पिता पुत्र के डबल मर्डर की मिस्ट्री को सुलझाते हुये गांव के ही पति और पत्नी को गिरफ्तार कर पूरे घटनाक्रम का खुलाशा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड की कारण आरोपी और मृतक के बीच पूर्व से चल रही रंजिश और पत्नी के साथ अफेयर का शक था।
जानिए क्या है मामला…
सतना जिले के रामपुर बघेलान थाना क्षेत्र अंतर्गत बेला कोठार ग्राम में 1 जनवरी की सुबह एक सनसनीखेज वारदात सामने आई थी। खेत में रखवाली करनें के लिए बनाए गए मकान में पिता पुत्र का शव मिला था। पिता राम बहोर साकेत उम्र 80 वर्ष, पुत्र शंकरलाल साकेत उम्र 45 वर्ष की लाश खेत में बने मकान के अंदर मिली थी । मकान चारों ओर से खुला हुआ था, और उसमें कोई भी खिड़की दरवाजे नहीं थे। दोनों पिता.पुत्र खेत में जानवरों की रखवाली के लिए उस मकान में रहते थे। दोहरे हत्याकांड के बाद स्थानीय लोगो का गुस्सा भड़क गया था और सतना रीवा मार्ग में चक्काजाम कर दिया गया था ।
ऐसे खुला हत्या का राज
कमरे के भीतर पिता पुत्र की लाश मिलने के महज 48 घंटे के भीतर पुलिस ने डर्बल मर्डर का खुलाशा कर दिया है। हत्याकांड के बाद पुलिस की शुरुआती पूंछतांछ में सामने आया कि मृतक पिता पुत्र की गांव के ही पुष्पेन्द्र नाम के शख्स से रंजिश थी। ग्रामीणों ने सबसे पहले पुष्पेन्द्र पर ही संदेह जाहिर किया था जिसके चलते पुलिस ने भी संदेह के आधार पर पुष्पेन्द्र को पूंछताछ के लिये थाने ले गई। पहले तो पुष्पेन्द्र पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन जब पुलिस ने पूंछताछ का तरीका बदला तो सारा सच सामने आ गया।
मृतक पुत्र के साथ पत्नी के अफेयर का था शक
आरोपी पुष्पेन्द्र की पिता पुत्र से ना सिर्फ पुरानी रंजिश थी बल्कि उसे शक था कि मृतक शंकरलाल का उसकी पत्नी से अफेयर चल रहा है। शंकर को पत्नी से अक्सर बातचीत करता देख पुष्पेन्द्र आगबबूला हो जाता और पत्नी से विवाद भी करता था। घटना दिनांक की रात भी पुष्पेन्द्र और उसकी पत्नी के बीच इसी बात को लेकर काफी बहस हुई और उनके बीच हुये विवाद की आवाज को आसपड़ोस के लोगों ने भी सुना था।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
घटना दिनांक की रात पत्नी से विवाद के करने के बाद पुष्पेन्द्र आगबबूला होकर घर से निकला और सीधा उस खेत में पहंुचा जहां पिता पुत्र कमरे के भीतर सो रहे थे। आरोपी ने कुल्हाड़ी से सो रहे पिता पुत्र पर ताबड़तोड़ कई वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और वापस घर लौटकर पत्नी को अपने जुर्म की दांस्ता बताई।
पत्नी भी बनी पति के जुर्म की भागीदार
नृशंस हत्या की वारदात को अंजाम देकर घर पहुंचे पति के कपड़ों में लगे खूंन के छीटों को मिटाने के लिये पत्नी कपड़ों को जलाकर राख कर दिया और उसे जमीन में दफन कर दिया। पत्नी ने खून से सनी कुल्हाड़ी को तालाब के किनारे छिपा दिया और पति की करतूतों पर चुप्पी साधकर बैठ गई। पुलिस ने इस हत्याकांड में पत्नी की सहभागिता पाए जाने पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।
पिता पुत्र को मौत देकर लिया अपनी सजा का बदला
पुलिस के मुताबिक हत्या की जो बजह सामने आई वो चौकाने वाली है।दोनो की हत्या बदला लेने की नियत से की गई । पिता रामबहोर पर सात साल पहले आरोपी के भाई मनोज ने मारपीट की थी और बाइक को आग के हवाले कर दिया गया था । इस मामले में पिता पुत्र चश्दीक गवाह थे ।न्यायालय में गवाही दी और उसी गवाही से आरोपी मनोज को सजा पड़ गई। हालकि आरोपियो ने पिता पुत्र को गवाही बदलने की हर कोशिश की थी ।लेकिन दोनो पिता पुत्र सच बताने से पीछे नही हटे । पुत्र शंकर गांव का उपसरपंच भी रहा और आरोपी पुष्पेंद्र की पत्नी से बात किया करता था । ऐसे में आरोपी पुष्पेंद्र और उसकी पत्नी से अक्सर विवाद भी होता ।बदले की आग और पत्नी के मृतक के अबैध सम्बंध के चलते पुष्पेंद्र ने शाजिस रची, और फिर सजा के बदले मौत दे दी ।