रीवा से सटे सतना के मुकुंदपुर में मौजूद है दुनिया की इकलौती व्हाइट टाइगर सफारी, अब बनेगी दूसरी…
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा सहित विंध्य की पहचान सफेद बाघों के संरक्षण और आकर्षण को बढ़ाने के लिये दुनिया की इकलौती मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के बाद अब एक और सफारी बनाने की तैयारी की जा रही है। वैसे तो दुनिया में जहां भी सफेद शेर है वह रीवा के ही सफेद शेरों की वंशज है चूंकि पहली बार सफेद शेर विंध्य में ही पाया गया था लेकिन अब रीवा की पहचान को मध्यप्रदेश का पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश भी व्हाइट टाइगर सफारी बनाने की तैयारी कर रहा है।
दरअसल सफेद बाघों के संरक्षण और आकर्षण बढ़ाने के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज के पास व्हाइट टाइगर सफारी बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रयागराज का प्रशासन स्थानों के चयन और प्रोजेक्ट की अन्य रूपरेखाओं को लेकर काम कर रहा है।
प्रयागराज में सफारी बनाने 1 साल से चल रही तैयारी
उत्तर प्रदेश सरकार एक वर्ष से अधिक समय से व्हाइट टाइगर सफारी बनाने की तैयारी में है। इसके लिए प्रयागराज के पास मेजा रोड में करीब 45 हेक्टेयर स्थान चिह्नित किया गया है। इटावाए मिर्जापुर और अन्य कई जिलों में भी सफेद बाघों के लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। प्रयागराज इसलिए प्राथमिकता में रखा गया है क्योंकि यह रीवा से लगा हुआ क्षेत्र है। रीवा सहित पूरा विंध्य सफेद बाघों का रहवास रहा है।
पर्यटन को बढ़ाने शुरु किया प्रयास…
मध्यप्रदेश सरकार ने रीवा के नजदीक सतना जिले के मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी बनवाई है। यह न केवल भारत की बल्कि दुनिया की पहली और अब तक की इकलौती ह्वाइट टाइगर सफारी है। सफेद बाघों को देखने के लिए दूर.दूर से पर्यटक आते हैं। इस कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने भी पर्यटन को बढ़ाने के लिए अपने यहां व्हाइट टाइगर सफारी बनाने का प्रयास शुरू किया है। अब प्रशासन प्रस्ताव तैयार कर शासन और सेंट्रल जू अथॉरिटी आफ इंडिया को भेजेगा। इसके बाद आधिकारिक तौर पर मुकुंदपुर में सफेद बाघों के रखरखाव को देखने टीमें आएंगी। प्रयागराज के अधिकारियों ने रीवा और सतना के वन विभाग के अधिकारियों से पहले संपर्क भी किया था।
मुकुंदपुर की तर्ज पर सफारी व चिड़ियाघर बनाने की तैयारी
प्रयागराज प्रशासन ने जिस स्थान पर सफारी बनाने की तैयारी की है उसके पास ही ब्लैक बक कंजर्वेशन रिजर्व चांद खमरिया भी है, जिसे सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन के तहत चयन किया है। इसके पास ही कछुआ सेंचुरी भी बनाई जा रही है। इस कारण पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वाइल्ड लाइफ से जुड़े कई स्थल विकसित किए जा रहे हैं। मुकुंदपुर की तर्ज पर सफारी के साथ ही चिड़ियाघर भी बनाने की तैयारी है।