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एमपी में एजुकेशन इंस्टीट्यूट के नाम पर फर्जी मार्कशीट बनाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़

एमपी में एजुकेशन इंस्टीट्यूट के नाम पर फर्जी मार्कशीट बनाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़
ऑफिस में बैठकर किसी भी बोर्ड और नामी यूनिवर्सिटीज की बना देते थे मार्कशीट, अब तक 554 सर्टिफिकेट किये तैयार
तेज खबर 24 इन्दौर।


मध्यप्रदेश की इन्दौर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
यह गिरोह एजुकेशन इंस्टीटयूट के नाम पर फर्जी मार्कशीट बनाने का गोरधंधा चला रहा था जो ऑफिस में बैठकर देश के किसी भी बोर्ड या फिर नामी यूनिवर्सिटीज के नाम की अंकसूचियां तैयार कर देता था।
मामले में पुलिस ने तिलक नगर स्थित सहर्ष इंस्टीट्यूट ऑफ आईटी मैनेजमेंट के संचालक सतीश गोस्वामी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस की जांच में अब तक गिरोह ने बीते 4 सालों में 554 फर्जी मार्कशीट तैयार कर चुका है जिसके बदले डेढ़ करोड रुपए कमाए गए है।
दरअसल मामले का खुलाशा सोमवार को एएसपी गुरुप्रसाद परासर ने अपनी टीम के साथ किया है।
बताया गया कि क्राइम ब्रांच को फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह की सूचना मिली थी जिसके बाद तिलक नगर में स्थित सहर्ष इंस्टीट्यूट ऑफ आईटी मैनेजमेंट पर छापा मरा गया।


क्राइम ब्रांच ने यहां इंस्टीट्यूट के संचालक व गिरोह के मास्टरमाइंड सतीश गोस्वामी को पकड़ा है जिसकी निशानदेही पर ली गई तलाशी में एक ऐसा सॉफ्टवेयर मिला जिसकी मदद से वह फर्जी मार्कशीट बनाने का काम करता था।

पुलिस ने अपने खुलाशे में बताया कि आरोपी सतीश किसी भी बोर्ड की 10वीं 12वीं की मार्कशीट के साथ साथ देश की नामी यूनिवर्सिटीज के भी फर्जी सर्टिफिकेट बनाता था।
पुलिस से मौके से 7 कम्प्यूटर, 2 प्रिंटर, दो मोबाइल और दो रजिस्टर जप्त किये है। इसके अलावा 10वीं 12वीं और ग्रेजुएशन की 50 अंकसूचिया भी जप्त की गई है।

फिलहाल पुलिस अब गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के साथ साथ यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किन किन लोगों को फर्जी मार्कशीट बनाकर दी गई है।

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