डॉक्टरों ने पिता को लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह, बेटी ने मुम्बई ले जाकर कराया उपचार
तेज खबर 24 रीवा।
देश और दुनिया में जब फादर्स डे पर लोग सोशल मीडिया में अपने पिता को बधाई दे रहे थे तो वहीं रीवा की बेटी ने जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे पिता को नया जीवन देकर बाप बेटी के प्यार की मिशाल पेश कर दी।
इस बेटी ने पेट की लंबी बीमारी से जूझ रहे पिता को डॉक्टरों की सलाह पर अपना लीवर डोनेट कर अपने पिता का ट्रासप्लांट कराकर उन्हें नया जीवन दिया है। आज के इस युग एक पिता के लिये बेटी का यह बलिदान और त्याग किसी मिशाल से कम नहीं है और अब बेटी के इस कदम कर हर कोई सराहना कर रहा है।
दरअसल यह पिता और पुत्री रीवा शहर के तरहटी मोहल्ले के रहने वाले है। जानकारी के मुताबिक तरहटी मोहल्ला निवासी राजेश तिवारी उर्फ बबलू कुछ समय से बीमार चल रहे थे। राजेश की बड़ी बेटी महिमा ने बताया कि कुछ महीने पहले लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह डॉक्टरों ने दी थी। घर के हालात ठीक ना होने के बावजूद जब पिता को तकलीफ बढ़ी तो बेटी से देखा ना गया और बेटी महिला ने जिद कर पिता को उपचार के लिये मुम्बई ले गई। मुम्बई में डॉक्टरों ने पिता को बचाने का सिर्फ एक ही रास्ता बताया वह था लीवर का ट्रांसप्लांट करना जिसके लिये बेटी ने बिना समय गवाएं अपना लीवर डोनेट करने की इच्छा जाहिर की और बेटी की इच्छा पर डॉक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट किया। हांलाकि पिता और पुत्री दोनों मुम्बई में ही है जहां अब पिता की हालत सामन्य बताई जा रही है।
पिता को था क्रॉनिक लीवर रोग, ट्रांसप्लांट ही था जान बचाने का एक मात्र जरिया…
डॉक्टरों के मुताबिक पिता का ब्लड ग्रुप बेटी के ब्लड ग्रुप से मैच हो गया था ऐसे में चिकित्सकों ने बेटी को लीवर देने का सुझाव दिया। डॉक्टर के सुझाव पर बेटी भी झट से तैयार हो गई। मुंबई के हॉस्पिटल में सीनियर ट्रांसप्लांट सर्जन द्वारा मरीज राजेश तिवारी उर्फ बबलू की जांच करने पर उनमें क्रॉनिक लीवर रोग पाया गया। उन्हें रीनल एलोग्राफ्ट ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती किया गया लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी सफल रही सर्जरी के बाद डोनर और मरीज दोनों ठीक है।