अस्पताल की अव्यवस्था बनी महिला के बीच हुई मारपीट का कारण, आए दिन बनती है विवाद की स्थिति, जानिए क्या है वजह…
तेज खबर 24 रीवा।
विंध्य का सबसे बड़ा संजय गांधी अस्पताल उस वक्त कुश्ती के अखाडे़ में तब्दील हो गया जब पर्ची कटाने के लिये लाइन में खड़ी दो महिलाओं के बीच जमकर मारपीट हुई। अस्पताल के अपातकाल पर्ची काउंटर के सामने महिलाओं ने एक दूसरे पर जमकर लात और घूंसे बरसाए और एक दूसरे के बालों को पकड़कर घसीटा भी। इस घटना की असली वजह अस्पताल में फैली अव्यवस्था थी जिसके चलते महिलाओं के बीच मारपीट की स्थिति निर्मित हो गई और अस्पताल प्रबंधन अखाडे़ के बाहर खडे़ होकर कुश्ती देखने वाले दर्शक की तरह देखता रहा।
दरअसल संजय गांधी अस्पताल में महिलाओं के बीच हुई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अस्पताल के अपातकाल गेट में बने पर्ची काउंटर के सामने का है। वायरल वीडियो के मुताबिक बुधवार को अस्पताल में मरीजों को लेकर पहुंचे अटेंडर पर्ची कटाने के लिये लाइन में खड़े थे। यहां भीड़ अधिक होने की वजह से सभी को जल्दी थी लेकिन तकरीबन 200 की भीड़ में काउंटर सिर्फ 2 ही थे ऐसे में जल्दबाजी के फेर में धक्का मुक्की हुई और इसी बात पर महिलाएं आपस में भिड़ गई।
महज धक्कामुक्की से शुरु हुआ विवाद देखते ही मारपीट में तब्दील हो गया जिस दौरान दो महिलाओं ने ना सिर्फ एक दूसरे पर लात घूंसे बरसाती रही बल्कि एक दूसरे के बालों को पकड़कर घसीटा भी। घटना के बीच मौके पर पहुंची अस्पताल की महिला सुरक्षा गार्ड ने जूतम पैजार कर रही महिलाओं को एक दूसरे से अलग कराकर उन्हें शांत कराया।
हांलाकि यह मामला वहीं का वहीं सुलझ गया लेकिन मारपीट की घटना के दौरान भीड़ में मौजूद किसी शख्स ने मारपीट का वीडियो अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
बता दें कि संजय गांधी अस्पताल विंध्य का सबसे बड़ा अस्पताल है जहां जिले के साथ साथ संभाग भर के मरीज उपचार के लिये आते है लेकिन अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता के कारण मरीजों को पर्ची कटाने से ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और अक्सर पर्ची कटाने को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित होती है। गौरतलब है कि इन दिनों मौसमी बीमारियों के कारण अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ रहती है लेकिन अपातकाल गेट में पर्ची के सिर्फ दो काउंटर की वजह से ही इस तरह के विवाद की स्थिति निर्मित होती है लेकिन अस्पताल प्रबंधन है कि इस पर जरा भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है।