मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान कार्यक्रम के दौरान जावरा में मंत्री ने भाषण के दौरान अपने नाम के आंगे लगे सिंह की व्यख्या कर की यह विवादित टिप्पणी
तेज खबर 24 एमपी।
अपने बेतुके बयानों लेकर सुर्खियों में रहने वाले मध्यप्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री व रीवा के प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह एक बार फिर विवादित टिप्पणी कर सुर्खियों में आ गए है। इस बार मंत्री बिसाहूलाल ने अपने ही प्रभार वाले रीवा जिले के राजघराने को लेकर विवादित बयान दिया है जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से भाषण देते हुये कहा कि रीवा के राजा दारु पीकर पड़े रहते थे और हमारे लोगों से शिकार कराते थे।
दरअसल यह विवादित बयान मंत्री बिसाहूलाल ने जवारा के ग्राम अकतवासा में आयोजित मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिया। कार्यक्रम के दौरान मंच पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ साथ राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल सहित कलेक्टर व एसपी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान जब मंत्री बिसाहूलाल को सभा सबोधित करने के लिये आमंत्रित किया गया तो उन्होंने सभी का अभिनंदन करते हुये अपने नाम पर लगे सिंह की व्याख्या से भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हमारे रीवा राजघराने के राजा दारु पीकर पड़े रहते थे और हमारे लोगों से शिकार करवाते थे इसलिए हमारे नाम के आंगे सिंह लग गया। बता दें कि मंच से भाषण के दौरान दिए गए इस विवादित बयान का वीडियो भी अब तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिस पर लोगों की अलग अलग प्रतिक्रियांए भी सामने आने लगी है। इधर वीडियो के वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है।
पहले भी सवर्ण महिलाओं पर दिया था विवादित बयान
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने पूर्व में भी क्षत्रिय समाज पर विवादित टिप्पणी की थी जिसे लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन के बीच उन्हे मांफी मांगनी पड़ी थी। मंत्री बिसाहूलाल ने अनूपपुर जिले के ग्राम फुनगा में सर्वजन सुखाय सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित नारी रत्न सम्मान समारोह के दौरान कहा था कि महिला और पुरुष दोनों को समान रुप से काम करना चाहिए। इसी दौरान उन्होंने कहा कि ठाकुर ठकार लोग महिलाओं को कोठरी में बंद रखते है, उनको भी घर से खींचकर बाहर निकाले और काम कराएं तभी समानता आएगी। पूर्व में दिए गए मंत्री के इस बयान के बाद प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया था जिसके बाद एक बार फिर अपने ही नाम के आंगे लगे सिंह की व्याख्या करते हुये उन्होंने एक बार फिर विवादित बयान देकर अपने लिये मुश्किले खड़ी कर ली है।