मुस्लिम समाज पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने में नाकाम रही कांग्रेस, रफीक अंसारी
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा की कांग्रेस में बगवात का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो दिन के भीतर 12 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को बगावत करने के आरोप में पार्टी से निकालने जाने के बाद अब कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष रफीक अंसारी ने इस्तीफा देकर खुद पार्टी छोड़ दी है।
अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा रीवा के चुनाव प्रभारी भानू प्रताप मिश्रा व शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू को सौंपा है। रफीक अंसारी ने इस्तीफा देने के बाद पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होने कांग्रेस पार्टी को मुस्लिम समाज के लिये दीमक बताया और कहा कि कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ मुस्लिमों के वोट बैंक का इस्तेमाल करती है लेकिन जरुरत पड़ने पर समाज पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने में नाकाम रही है।
टिकट वितरण पर उठाए सवाल…?
पार्टी से इस्तीफा देने वाले रफीक अंसारी ने पार्षद पद के लिए किए गए टिकट के वितरण पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि रीवा में पार्षद पदो ंके लिये जो टिकट बांटा गया है उसमें बड़े नेताओं के निकटतम व उनके चेलों को टिकट दिया गया है। आरोप है कि रीवा प्रभारी भानू प्रताप शर्मा ने बिना चयन समिति की मीटिंग के ही मनमानी रुप से टिकट का वितरण किया है जबकि वह खुद चयन समिति के सदस्य थे। रफीक अंसारी का कहना है कि टिकट वितरण में की गई मनमानी के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष है ऐसे में बगावत होना तो वाजिब है और इसी से आहत होकर वह खुद पार्टी से इस्तीफा देने को मजबूर हो गए।